विवि. के सहयोग से बुनियादी शिक्षा में होगा सुधार

विवि. के सहयोग से बुनियादी शिक्षा में होगा सुधार
विशेष जागरूकता प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित व्याख्यान
गोरखपुर। बुनियादी शिक्षा के सुधार और उसकी शिक्षण प्रक्रिया को स्तरीय बनाने में विविद्यालय सहयोगी की भूमिका में आयेगा तभी शिक्षा हर वर्ग के लिए लाभप्रद होगी। इस दिशा में पहल करते हुए शीघ्र ही बेसिक शिक्षा में तैनात शिक्षकों को विविद्यालयों के सहयोग से प्रशिक्षित किया जाएगा।डॉ.सतीश चंद्र द्विवेदी, राज्य मंत्री बेसिक शिक्षा ने उक्त बातें दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विविद्यालय के 38वें दीक्षान्त सप्ताह समारोह के अंतर्गत विशेष जागरूकता प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित ''बुनियादी शिक्षा के रूपांतरण में सरकार और विविद्यालय की भूमिका उत्तर प्रदेश के विशेष संदर्भ में' विषयक व्याख्यान के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि बुनियादी शिक्षा के रूपांतरण के लिए आधार विविद्यालय ही तय करेंगे। सरकार भी विविद्यालय द्वारा बनाये गए ढांचे एवं प्रतिमान को स्वीकार करती रही है क्योंकि वही ज्ञान का केंद्र है जहां से नए विचार का सृजन होता है।डॉ. सतीश द्विवेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार लगातार बेसिक शिक्षा के स्तर को बढ़ाने की दिशा में प्रामाणिक कार्य कर रही है। हम बेसिक शिक्षा को पूरी तरह रूपांतरित करने का प्रयास कर रहे हैं, जिसके तहत कई प्रकार के नए प्रयोग किये जा रहे हैं। विशिष्ट अतिथि प्रति कुलपति प्रो. हरिशरण ने कहा कि बेसिक शिक्षा ही उच्च शिक्षा का आधार है, जिसकी मजबूती के आधार पर हम विकास को गति प्रदान कर सकते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रो. विजय कृष्ण सिंह ने व्याख्यान के विषय को रेखांकित करते हुए कहा शिक्षा के माध्यम से ही इंडिया और भारत के अंतर को खत्म किया जा सकता है। प्रस्तावित शिक्षा नीति बुनियादी शिक्षा और उच्च शिक्षा को जोड़ने का कार्य कर रही है। विशेष जागरूकता प्रकोष्ठ के संयोजक प्रो.अजय कुमार शुक्ला ने अतिथियों का स्वागत एवं विषय प्रवर्तन किया। कार्यक्रम में आभार ज्ञापन करते हुए प्रो. राजवंत राव संयोजक,अनुश्रवण समिति, 38वां दीक्षान्त समारोह ने व्याख्यान के विषय को अत्यंत महत्वपूर्ण और प्रासंगिक बताया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मनीष पाण्डेय, सह संयोजक, विशेष जागरूकता प्रकोष्ठ ने किया। कार्यक्रम में प्रो. हुमा सब्जपोश, प्रो. जीतेन्द्र मिश्रा, प्रो. नंदिता सिंह, प्रो. शिखा सिंह, प्रो. सुनीता मुमरू, प्रो. मुरली मनोहर पाठक, प्रो. एन. पी. भोक्ता, प्रो. संगीता पांडेय, प्रो. विनोद कुमार सिंह, प्रो. मानवेन्द्र प्रताप सिंह, प्रो. शरद मिश्रा, वित्त अधिकारी वीरेंद्र चैबे, नियंता प्रो. प्रदीप यादव, विशेष जागरूकता प्रकोष्ठ के सह संयोजक डॉ. अमित उपाध्याय, डॉ. आशीष शुक्ला, डॉ. पंकज सिंह, डॉ.तूलिका मिश्रा, डॉ. अमृतांशु शुक्ला, बृजेश कुमार, डॉ.मनीष राय, डॉ. टीएन मिश्रा इत्यादि लोग शामिल रहे। बेसिक स्कूल के शिक्षकों ने भी की सहभागिता रू व्याख्यान के विषय एक पक्ष बुनियादी शिक्षा से संबंधित था, इसलिए प्राथमिक शिक्षकों के एक प्रतिनिधि मंडल भी उपस्थित हुआ, जिसने बुनियादी शिक्षा में विविद्यालय की बन रही भूमिका को समझने का प्रयास किया। इस प्रतिनिधि मंडल में राजेश मिश्रा, सत्य प्रकाश उपाध्याय, डा. हर्षना शर्मा, विकाश चंद्र राय, महेंद्र पटेल, अर्चना तिवारी, उपेंद्र राय, विवेक चंद्र वर्मा सदाशिव मिश्र सहित 80 सह समन्वयकों का समूह उपस्थित था।स्वामी विवेकानंद की जयंती पर शिक्षा महाकुंभ होगा आयोजित रू बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी ने अपने व्याख्यान के दौरान कहा कि शासन स्तर पर बुनियादी शिक्षा व्यवस्था के रूपांतरण हेतु प्रति वर्ष अभिव्यक्ति सप्ताह का आयोजन अनिवार्य रूप से किया जाएगा। विभिन्न विद्यालयों के माध्यम से प्रत्येक वर्ष स्वामी विवेकानंद जी के जयंती के अवसर पर 12 जनवरी को शिक्षा महाकुंभ का आयोजन किया जाएगा जिसमें शिक्षक व छात्र छात्राएं आपस मे संवाद स्थापित करेंगे और विभिन्न प्रकार के शैक्षिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।